भगवद्गीता, अध्याय 1, श्लोक 9
भगवद्गीता, अध्याय 1, श्लोक 9
श्लोक:
अन्ये च बहवः शूरा मदर्थे त्यक्तजीविताः।
नानाशस्त्रप्रहरणाः सर्वे युद्धविशारदाः।।
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
हिंदी में अर्थ:
दुर्योधन ने कहा:
"मेरे पक्ष में अन्य भी अनेक वीर योद्धा हैं, जो मेरे लिए अपने प्राणों को त्यागने के लिए तत्पर हैं। वे विभिन्न प्रकार के अस्त्र-शस्त्र धारण किए हुए हैं और युद्ध-कला में पारंगत हैं।"
शब्दार्थ:
1. अन्ये: अन्य।
2. बहवः अनेक।
3. शूराः वीर।
4. मदर्थे: मेरे लिए।
5. त्यक्तजीविताः प्राण त्यागने के लिए तत्पर।
6. नानाशस्त्रप्रहरणाः विभिन्न प्रकार के अस्त्र-शस्त्र धारण करने वाले।
7. सर्वे: सभी।
8. युद्धविशारदाः युद्ध-कला में निपुण।
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
बच्चों के साथ सहज विज्ञान के संदर्भ में चर्चा करते हुए
एक एक शब्द को लेकर।। कुछ ज्ञान की बातें।
भगवद्गीता, अध्याय 1, श्लोक 9 के शब्दों के अर्थ के साथ बच्चों को सहज विज्ञान के संदर्भ में ज्ञान देने के लिए हर शब्द से संबंधित विज्ञान की बातें इस समझाने के लिए एक छोटा सा
प्रयास।
1. अन्ये (अन्य)
अर्थ: अन्य (दूसरे)।
विज्ञान चर्चा:
प्रकृति में अन्य जीव-जंतु जैसे पेड़-पौधे, पशु-पक्षी हमारे जीवन के लिए जरूरी हैं।
पेड़ हमारे लिए और अन्य जीवों के लिए ऑक्सीजन बनाते हैं। हमें प्रकृति में अन्य जीवों का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि वे पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा हैं।
संदेश: प्रकृति के अन्य जीवों का संरक्षण करें।
2. बहवः (अनेक)
अर्थ: अनेक।
विज्ञान चर्चा:
अंतरिक्ष में बहुत तारे हैं, जिनमें से सूर्य हमारी पृथ्वी का मुख्य स्रोत है।विज्ञान में अनेक ऊर्जा के स्रोत हैं, जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, और जल ऊर्जा।
संदेश: ऊर्जा के अनेक स्रोतों का उपयोग करें, पर उन्हें नष्ट न करें।
3. शूराः (वीर) अर्थ: वीर।
विज्ञान चर्चा:
जैसे वैज्ञानिक वीरता दिखाकर नई-नई खोजें करते हैं, वैसे हमें भी जीवन में सवाल पूछने और सीखने का साहस रखना चाहिए। उदाहरण: एडिसन ने बिजली के बल्ब का आविष्कार किया, जो हमारी जिंदगी को रोशन करता है।
संदेश: वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाकर समस्या सुलझाएं।
4. मदर्थे (मेरे लिए) अर्थ: मेरे लिए।
विज्ञान चर्चा:
पृथ्वी कहती है: "मदर्थे" (मेरे लिए) पर्यावरण को साफ रखें।
हमारे जीवन के लिए हवा, पानी, और मिट्टी को प्रदूषित होने से बचाना जरूरी है।
संदेश: पृथ्वी के लिए हरियाली और स्वच्छता बनाए रखें।
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
5. त्यक्तजीविताः अर्थ: प्राण त्यागने के लिए तत्पर।
विज्ञान चर्चा: पेड़ों का बलिदान
पेड़ अपने हिस्से की ऑक्सीजन का उपयोग नहीं करते और पूरी तरह दूसरों के लिए समर्पित होते हैं। वे कटने के बाद भी लकड़ी, फल, और छाया देकर मानवता के लिए काम करते रहते हैं।
संदेश: बिना किसी अपेक्षा के दूसरों की भलाई करना सच्चे त्याग की निशानी है।
संदेश: त्याग और सेवा से दुनिया को बेहतर बनाएं।
6. नानाशस्त्रप्रहरणाः अर्थ: विभिन्न प्रकार के अस्त्र-शस्त्र।
विज्ञान चर्चा:
विज्ञान में नानाशस्त्रप्रहरणाः की जगह आजकल चिकित्सा उपकरण, रोबोटिक्स और एआई का उपयोग किया जा रहा है।जैसे डॉक्टर विभिन्न उपकरणों का उपयोग कर इलाज करते हैं।
संदेश: विज्ञान के उपकरणों का उपयोग मानवता के लाभ के लिए करें।
7. सर्वे (सभी) अर्थ: सभी।
विज्ञान चर्चा:
विज्ञान सभी के लिए है। जैसे बिजली, पानी, और इंटरनेट आज सभी की आवश्यकता हैं। हर इंसान को विज्ञान के फायदों का लाभ मिलना चाहिए।
संदेश: विज्ञान को सभी के लिए सुलभ बनाएं।
8. युद्धविशारदाः अर्थ: युद्ध-कला में निपुण।
विज्ञान चर्चा:
युद्धविशारदाः की तरह हमें भी विज्ञान की समस्याओं को हल करने में निपुण होना चाहिए। जैसे जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा संकट, और प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए।
संदेश: विज्ञान और तकनीक का उपयोग जीवन को बेहतर बनाने के लिए करें।
समाप्ति संदेश:
इन शब्दों के माध्यम से बच्चे समझ सकते हैं कि भगवद्गीता का ज्ञान सिर्फ आध्यात्मिक ही नहीं, बल्कि जीवन में विज्ञान और पर्यावरण के महत्व को भी सिखाता है।
"सत्य, सेवा, और विज्ञान को अपनाकर ही हम भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं।"
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
कविता,, कदम
।।ZARRA SINGH।।
सपनों के संग चलें हम
अन्य के संग बढ़ें हम
साहस से हर जंग लड़ें
समर्पण मे रहे हम
कदम हो ज्ञान का
कदम हो विज्ञान का
हमसे मान बढ़े
सम्मान बढ़े देश का
विशेष मन आकाश हो
दीप हो सूरज सा
जलते रहे जीवन भर
नई-नई खोज का
साहस से हर जंग लड़ें
समर्पण मे रहे हम
उड़ान के संग बढ़ें
अन्य के संग बढ़ें हम
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
।।ZARRA SINGH।।
।विशेष आग्रह।।
"प्रिय बच्चों, आप जब अपनी उम्र से बड़े हो जाओगे और जीवन के अनुभवों से गुजरेंगे, तब अवश्य संपूर्ण भगवद्गीता का गहराई से अध्ययन करें। यह ज्ञान न केवल आपके जीवन को सही दिशा देगा, बल्कि समाज में अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने में भी सहायक होगा।"
"अगर अगले 20 सालों में 20% बच्चे भी गीता का ज्ञान अपनाते हैं, तो भारत का भविष्य उज्जवल होगा।"आप भी सहायक बनिए। कम से कम 20 बच्चों को आप प्रदान कर दीजिए इस लेख को।।
फिर मिलते हैं नई-नई खोज के साथ।। आपके लिए।।
भगवत गीता के अध्याय 1, श्लोक 10 के विशेष पर्व में।।
आज का बीज कल फल बनेगा।
कल का बीज फिर से पेड़ बनेगा।
आज अगर रोपण ना किया तो।
कल फल कैसे मिलेगा।
।। ZARRA SINGH ।।
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।
हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।।हरे कृष्णा।




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